एप्रिल फूल बनाया तो उनको गुस्सा आया....नये वित्तीय वर्ष का पहला दिन!
''दिन है सुहाना आज पहली तारीख है, खुश है ज़माना आज पहली तारीख है -पहली तारीख अजी पहली तारीख है, बीवी बोली घर जऱा जल्दी से आना, जल्दी से आना शाम को पियाजी हमें सिनेमा दिखाना, हमें सिनेमा दिखाना करो ना बहाना हाँ बहाना बहाना करो ... आजादी के बाद के वर्षो में किशोर कुमार का गाया यह गाना रेडियों पर पहली तारीख को दिन में कई बार बजा करता था, फिर जब अपेे्रेल का महीना आता तो इस महीने की पहली तारीख को मोहम्मद रफी अपने इस अंदाज में गाते थे- अपे्रल फूल बनाया तो उनको गुस्सा आया.... लेकिन अब गानों की वो बहार खत्म हो चुकी है. अप्रेल के महीने की पहली तारीख को लोगों ने एप्रिल फूल बनाना भी बंद कर दिया है. कुछ ही लोग रह गये जो इस पाश्चाथ्य मिथ्य को मानते हैं बहरहाल पश्चिमी देशों में हर साल पहली अप्रैल को एप्रिल फूल डे के रूप में ही मनाया जाता है. कभी ऑल फूल्स डे के रूप में जाना जाने वाला यह दिन, 1 अप्रैल एक आधिकारिक छुट्टी का दिन नहीं है लेकिन इसे व्यापक रूप से एक ऐसे दिन के रूप में जाना और मनाया जाता है जब एक दूसरे के साथ व्यावहारिक मजाक और सामान्य तौर पर मूर्खतापूर्ण हरकतें करते हैं. इस दि...