एक दाढी ने क्या उड़ाया गवर्नर को,सारे दाढियों पर आई पाक में आफत!
रायपुर सोमवार दिनांक 12 जनवरी 2011
एक दाढी ने क्या उड़ाया गवर्नर को,सारे
दाढियों पर आई पाक में आफत!
दाढी वाला, मूछवाला, मोटू, लम्बू, थोंधवाला, टिग्गू, फेटे वाला,चेन्दुआ, टकलू,कालू, गोरू।यह कुछ उपमाएं हैं जो लोगो को उनके रूप रंग और व्यक्तित्व के आधार पर मिलती है। लोगों ने अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार लोगों को यह उपनाम दे रखे हैं। ऐसी उपमाएं सिर्फ हमारे देश मे ही नहीं पडौस के देशों और यहां तक कि अंगे्रजों के देश में भी दी जाती हैं। इन उपमाओं को लोग उनके असली नाम की अपेक्षा जल्दी समझ जाते हैं। यह जिक्र इसलिये आया कि हाल ही पाकिस्तान में पंजाब सूबे के गवर्नर रहे सलमान तासीर की हत्या कर दी गई हत्या जिसने की वह एक सुरक्षा कर्मी था तथा दाढ़ी रखे हुए था। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इस हत्याकांड के बाद सुरक्षा के लिहाज से माहौल तेज़ी से बदल रहा है वहां सरकार ने अपनी सुरक्षा नीति में बड़ा बदलाव करते हुए महत्वपूर्ण लोगों की सुरक्षा में तैनात 10 दाढ़ी वाले सुरक्षा कर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया है। पंजाब सरकार ने नए सिरे से एलीट फोर्स के जवानों की जांच शुरू की है ताकि आगे तासीर की हत्या जैसी कोई वारदात न हो। पाकिस्तान में वीआईपी सेक्योरिटी के लिए गठित की गई एलीट फोर्स की एक विशेष जवानों और अधिकारियों की जांच कर रही है ताकि उनकी गतिविधियों और धार्मिक रूझान के बारे में पता लगाया जा सके। तासीर की हत्या के बाद शीर्ष नेताओं खासकर उदारवादी नेताओं को खतरा महसूस हो रहा है। कुछ दिनों पहले तासीर के अंतिम संस्कार (सुपुर्द-ए-खाक) में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इसी डर से सुपुर्द ए खाख कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया था। पाकिस्तानी हुकमरानों को दाढ़ी बढायें हुए सुरक्षा कर्मियों से खतरा महसूस हो रहा है। यह दिलचस्प है कि पाकिस्तान में अधिकांश सुरक्षा कर्मी ढाढ़ी वाले हैं वहां किस किस को हटायेंगें?हमारे देश में वैसे दाढ़ी का कोई रोना नहीं हैं यह रोना है थोधं वाले अफसरों व जवानों का। पुलिस फोर्स में थोंदू अफसरों व कर्मचारियों की संख्या बढ़ रही है। कई टिग्गू व लम्बू भी घुस गये हैं। वैसे इनमें लम्बू से कोई परेशानी नहीं है लेकिन ठिगने या टिग्गू कहीं नजर नहीं आते। भारतीय वायु सेवा में तो एयर होस्टेस अगर मोटी होने लगी तो उसकी छुट्टी कर दी जाती है। हाल ही एक ऐसी मोटी एयरहोस्टेस ने अपने आपको निकाले जाने के बाद मुकदमा लड़ा और जीतकर वापस आई। दूसरा बड़ा भेद शरीर के रंग का है।काला है तो कल्लू और गोरा हुआ तो गोरूआ जैसे उपनाम देकर लोगों को अन्य समुदाया से दूर करने का प्रयास किया जाता है। जहां तक पाक में दाढ़ी वाले पुलिस कर्मियों का सवाल है उनके सामने तो तासीर हत्याकांड के बाद आफत ही आन पड़ी है। बिना दाढ़ी रखे लोगो पर पाक वीआईपी मेहरबान है उनसे उनको कोई खतरा नजर नहीं आता। पाक के हिसाब से हम चलते तो शायद हमारे देश में ऐसा कितना ही झमेला हो जाता जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर की इसी हफ्ते मंगलवार को उनके ही सुरक्षाकर्मी ने हत्या कर दी थी। सुरक्षाकर्मी मुमताज हुसैन कादरी को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। हमलावर ने गवर्नर सलमान तासीर के काफिले पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। कादरी पाकिस्तान में एलीट कमांडो फोर्स का जवान था। पाकिस्तान में कई उदारवादी नेताओं की हत्या की जा चुकी है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो, पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर, बलूचिस्तान के नेता नवाब अकबर बुगती जैसे कई लोग शामिल हैं।
एक दाढी ने क्या उड़ाया गवर्नर को,सारे
दाढियों पर आई पाक में आफत!
दाढी वाला, मूछवाला, मोटू, लम्बू, थोंधवाला, टिग्गू, फेटे वाला,चेन्दुआ, टकलू,कालू, गोरू।यह कुछ उपमाएं हैं जो लोगो को उनके रूप रंग और व्यक्तित्व के आधार पर मिलती है। लोगों ने अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार लोगों को यह उपनाम दे रखे हैं। ऐसी उपमाएं सिर्फ हमारे देश मे ही नहीं पडौस के देशों और यहां तक कि अंगे्रजों के देश में भी दी जाती हैं। इन उपमाओं को लोग उनके असली नाम की अपेक्षा जल्दी समझ जाते हैं। यह जिक्र इसलिये आया कि हाल ही पाकिस्तान में पंजाब सूबे के गवर्नर रहे सलमान तासीर की हत्या कर दी गई हत्या जिसने की वह एक सुरक्षा कर्मी था तथा दाढ़ी रखे हुए था। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इस हत्याकांड के बाद सुरक्षा के लिहाज से माहौल तेज़ी से बदल रहा है वहां सरकार ने अपनी सुरक्षा नीति में बड़ा बदलाव करते हुए महत्वपूर्ण लोगों की सुरक्षा में तैनात 10 दाढ़ी वाले सुरक्षा कर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया है। पंजाब सरकार ने नए सिरे से एलीट फोर्स के जवानों की जांच शुरू की है ताकि आगे तासीर की हत्या जैसी कोई वारदात न हो। पाकिस्तान में वीआईपी सेक्योरिटी के लिए गठित की गई एलीट फोर्स की एक विशेष जवानों और अधिकारियों की जांच कर रही है ताकि उनकी गतिविधियों और धार्मिक रूझान के बारे में पता लगाया जा सके। तासीर की हत्या के बाद शीर्ष नेताओं खासकर उदारवादी नेताओं को खतरा महसूस हो रहा है। कुछ दिनों पहले तासीर के अंतिम संस्कार (सुपुर्द-ए-खाक) में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इसी डर से सुपुर्द ए खाख कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया था। पाकिस्तानी हुकमरानों को दाढ़ी बढायें हुए सुरक्षा कर्मियों से खतरा महसूस हो रहा है। यह दिलचस्प है कि पाकिस्तान में अधिकांश सुरक्षा कर्मी ढाढ़ी वाले हैं वहां किस किस को हटायेंगें?हमारे देश में वैसे दाढ़ी का कोई रोना नहीं हैं यह रोना है थोधं वाले अफसरों व जवानों का। पुलिस फोर्स में थोंदू अफसरों व कर्मचारियों की संख्या बढ़ रही है। कई टिग्गू व लम्बू भी घुस गये हैं। वैसे इनमें लम्बू से कोई परेशानी नहीं है लेकिन ठिगने या टिग्गू कहीं नजर नहीं आते। भारतीय वायु सेवा में तो एयर होस्टेस अगर मोटी होने लगी तो उसकी छुट्टी कर दी जाती है। हाल ही एक ऐसी मोटी एयरहोस्टेस ने अपने आपको निकाले जाने के बाद मुकदमा लड़ा और जीतकर वापस आई। दूसरा बड़ा भेद शरीर के रंग का है।काला है तो कल्लू और गोरा हुआ तो गोरूआ जैसे उपनाम देकर लोगों को अन्य समुदाया से दूर करने का प्रयास किया जाता है। जहां तक पाक में दाढ़ी वाले पुलिस कर्मियों का सवाल है उनके सामने तो तासीर हत्याकांड के बाद आफत ही आन पड़ी है। बिना दाढ़ी रखे लोगो पर पाक वीआईपी मेहरबान है उनसे उनको कोई खतरा नजर नहीं आता। पाक के हिसाब से हम चलते तो शायद हमारे देश में ऐसा कितना ही झमेला हो जाता जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर की इसी हफ्ते मंगलवार को उनके ही सुरक्षाकर्मी ने हत्या कर दी थी। सुरक्षाकर्मी मुमताज हुसैन कादरी को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। हमलावर ने गवर्नर सलमान तासीर के काफिले पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। कादरी पाकिस्तान में एलीट कमांडो फोर्स का जवान था। पाकिस्तान में कई उदारवादी नेताओं की हत्या की जा चुकी है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो, पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर, बलूचिस्तान के नेता नवाब अकबर बुगती जैसे कई लोग शामिल हैं।
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