कैसे बीत गया 2010...?

रायपुर, शनिवार दिनांक 1 जनवरी 2011

कैसे बीत गया 2010...? भूले दुर्दिन को,
और मनायें नये साल का जश्न...!
आज जब आपके हाथ में अखबार होगा नया साल लग चुका होगा। आप सभी को नये साल की शुभकामनाओं के साथ बीते साल के दुस्वप्रों को भूलकर आगे बढऩे की ताकत देेने की प्रार्थना के साथ हम पुराने साल के घटनाक्रमों का स्मरण करें तो शायद बीता साल वास्तव में इस सदी का सबसे ज्यादा घटनाक्रम वाला साल रहेगा जहां भारतीय संसद घपले-घोटालों, भ्रष्टाचार से गूंजता रहा और एक के बाद एक हादसों दुर्घटनाओं ने देश को दहला दिया। उपलब्धियां भी कम नहीं रही। बीता साल क्रिकेट के क्षेत्र में सचिन तेन्दुलकर और बेडमिंटन के क्षेत्र में सायना नेहवाल का रहा। देश ने खेल के क्षेत्र में विश्व में नाम कमाया। कामनवेल्थ गैम्स ने जहां भारत का नाम रौशन किया वहीं इसके आयोजन में हुए घपले घोटालों ने दाग भी लगाया। विदशों से संबन्ध बनाये रखने के मामले में काफी प्रगति हुई। भारत को सुरक्षा परिषद् मे सदस्यता तो प्राप्त हुई लेकिन स्थाई सदस्यता का ख्वाब अब भी बना हुआ है। साल की शुरूआत रेल हादसों से हुई। उत्तर प्रद्रेश में कोहरे की वजह से कम से छै रेल दुर्घटनाएं हुई जिसमें कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। साल के दूसरे महीने में की जर्मन बैकरी में आंतकी हमले ने देश को चौका दिया यहां कम से कम सात्रह लोग मारे गये और साठ लोग जख्मी हो गये। बीते वर्ष में भारत ने परमाणु मामले में काफी प्रगति की । भारत का रूस,फ्रांस सहित कई देशों से परमाणु रियेक्टर और अन्य कार्यक्रमों के लिये समझाौता हुआ। अमरीका के राष्ट्रपति ओबामा की यात्रा इस बार जहां महत्वपूणर्र््ा रही वहीं रूस,फ्रांस,जापान, ब्रिटेन, चीन जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भारत की यात्रा की। अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत को सफलताा मिली तो विफलता भी हाथ लगी। कामनवेल्थ गैम्स का आयोजन और उसमें महिला खिलाडिय़ों के ज्यादा से ज्यादा गोल्ड मेडल ने देश को गौरवान्वित किया तो भोपाल गैस कांड के फैसले में आठ लोग दोषी पाये गये। बीते वर्ष जून की गर्मी पिछले सारे रिकार्ड तोड़ नया कीर्तिमान 53 डिग्री सेंटीग्रेड़ का बनाया। गर्मी कई लोगों को अपने साथ लेकर चली गई। अभूतपूर्व पानी के संकट ने छत्तीसगढ़ सहित देश के कई भागों में विषम स्थिति पैदा कर दी। इसी दौरान महाराष्ट्र में हुई भीषण वर्षा से 46 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। मुम्बई हमले के एक मात्र जीवित बचे पाकिस्तानी अजमल कसाब को फांसी पर लटकाने का आदेश हुआ। सरकार ने बीते साल जहां राष्ट्रीय परिचय योजना की शुरूआत की वहीं छै से चौदह साल के बच्चों के लिये अनिवार्य स्क्ूली शिक्षा कानून बनाया। ससंद में स्पेक्ट्रम घोटाला गूंजा तो महाराष्ट्र में आदर्श सहकारी भूमि घोटाले ने मुख्यमंत्री अशोक चौहान की नौकरी छीन ली और पृथ्वीराज चौहान को नई नौकरी दी। राष्ट्रमंडल खेलों में हुए घोटाले व भ्रष्टाचार ने देश को विश्व के सामने मुंह दिखाने के काबिल नहीं छोड़ा। विश्व में जहां भारत शकितशाली राष्ट्रों में तीसरे नम्बर का बना तो रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के मामले में नबंर वन बन गया। मंहगाई ने सारे हदें पार कर दी। नक्सलवादियों के कहर से सारा देश हलाकान रहा। बस्तर में टावर गिराने से कई दिनों तक बिजली ठप्प रही तो दंतेवाड़ाा, बीजापुर, नारायणपुर में एक तरह से नक्सलियों का राज रहा जहां सीआरपीएफ के जवानों व नागरिकों की एक के बाद एक सामूहिक हत्याएं होती रही। नक्सलियों ने यात्रियों व जवानों से भरी एक बस को भी आग के हवाले किया। कई निर्दोष लोगों को भी मार डाला गया। मिदनापुर में ज्ञानेश्वारी एक्सपे्रस को पटरी से उतारकर कई लोगो की हत्या कर दी गई। इससे हावड़ा मुम्बई रेल सेवा आज भी प्रभावित है। नक्सलियों का साथ देने के लिये विनायक सेन, नारायण सान्याल और पियूष गुहा को देशद्रोही करार कर आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। मंगलोर में हवाई जहाज दुर्घटना में करीब 158 लोग मारे गये। तूफान लैला ने दक्षिण में कहर ढाया तो पूर्वी भारत में तूफान ने तबाही मचाई।आ और भी बहुत कुछ हुआ लेकिन अब उन्हें याद करने की जगह हमें खुशी मनाना है नये वर्ष के आगमन की..कामना है ढेरों खुशियां आपके जीवन को और खुशहाल बनायें

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