पाक में इमरान की कुर्सी डगमगाई !


 


पाक में इमरान की कुर्सी डगमगाई
!

पडौसी पाकिस्‍तान में राजनीतिक हालात ठीक नहीं है: इमरान खान की कुर्सी हिल गई है:विपक्षी पार्टियां एक हो गई है तथा नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम ने इमरान पर ताबड तोड जबाबी हमले कर दिये है: जनता सेना के खिलाफ है वहीं उसके लिये  एक बुरी खबर और है कि वह, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एपएटीएफ) की 'ग्रे सूची'

में संभवत:अभी बना रहेगा क्योंकि वैश्विक निगरानी कार्य योजना द्वारा दिए गए 27 लक्ष्यों में छह का अनुपालन करने में वह असफल रहा है ऐसा दावा बुधवार को मीडिया में प्रकाशित खबरों में किया गया: पाकिस्‍तान में नवाज शरीफ की बेटी इमरान खान के खिलाफ मोर्चा सम्‍हाले बैठी है: उनकी जनसभाओं में उमडती भीड से इमरान खान की कुर्सी हिलने लगी है: मरियम के भाषण इमरान को तीर जैसा चुभ रहे है और इसी का परिणाम है कि उसने  पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन सफदर अवान को गिरफतार कर लिया: गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक भूचाल आ गया और देश में गृह युद्ध जैसे हालात हो गए: पाकिस्तानी मीडिया ने खबर दी कि सिंध प्रांत के गवर्नर इमरान इस्माइल के घर को पाकिस्तानी सेना ने घेर लिया है: दरअसल, इमरान खान सरकार के खिलाफ आयोजित रैली में नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने जोरदार भाषण दिया और इससे घबराए इमरान खान के आदेश पर सेना ने  मरियम के पति सफदर अवान को गिरफ्तार कर लिया:पाकिस्तानी सेना पर आरोप है कि उसने सफदर अवान की गिरफ्तारी के ऑर्डर पर जबरदस्ती दस्तखत करने के लिए सिंध प्रांत के पुलिस चीफ मुश्‍ताक महार का अपहरण कर लिया और उनसे जबरन एफआईआर  पर हस्‍ताक्षर कराया: इससे आईजीपी  मुश्‍ताक महार छुट्टी पर चले गए: इसके बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा आईजीपी मुश्‍ताक महार की किडनैपिंग के विरोध में सिंध के 70 से ज्‍यादा शीर्ष पुलिस अधिकारी छुट्टी पर चले गए इन आरोपों के बाद पाक आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए सेना की बर्बरता से आहत पुलिस ने सिंध प्रांत की राजधानी कराची में पाक आर्मी और आईएसआई के खिलाफ विद्रोह कर दिया: आर्मी और पुलिस के बीच हुए संघर्ष के कारण पाकिस्तानी सेना की फायरिंग में सिंध पुलिस के
10 पुलिस अधिकारी मारे गए वहीं, पाकिस्तान सेना और सिंध पुलिस के बीच क्रॉस फायरिंग में बड़ी संख्या में पाकिस्तान सेना के जवानों की भी मौत होने की खबर है:पाक आर्मी द्वारा सिंध पुलिस पर गोलियां चलाने के बाद कराची में उग्र भीड़ ने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के भाई के शॉपिंग मॉल में आग लगा दी और लूटपाट की:सिंध पुलिस विद्रोह में दस पुलिस कर्मियों के मारे जाने की खबर है: इससे पहले सिंध पुलिस ने ट्वीट कर कहा था कि 18 अक्टूबर की रात सेना के जवानों ने सिंध के पुलिस चीफ को जबरदस्ती घर से उठा लिया और उन्हें मोहम्मद सफदर की गिरफ्तारी के आदेश पर दस्तखत करने के लिए मजबूर किया गया: सफदर अवान की गिरफ्तारी के कदमों का पाकिस्तान के गृह मंत्री ब्रिगेडियर एजाज शाह बोलते है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी भी राजनीतिक नेता को 'अभिव्यक्ति की आजादी' के नाम पर राष्ट्रीय संस्थानों पर हमला नहीं करने दिया जाएगा: 'कराची की घटना' को लेकर पाकिस्तान सरकार और सेना की भारी किरकिरी हो रही है सफदर की गिरफ्तारी से लेकर मुश्ताक मेहर को रेंजर्स की तरफ से अगवा किए जाने तक इस पूरी नाटकीय घटना के लिए पाकिस्तान के गृह मंत्री को जिम्मेदार माना जा रहा है, जो एक अर्धसैनिक संघीय कानून प्रवर्तन संगठन है और पाकिस्तान के आंतरिक सचिव के अधिकार के तहत सीधे संचालित होता है:सफदर और पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज के खिलाफ सिंध के आईजीपी को एफआईआर दर्ज करने के लिए मजबूर करने के पीछे एजाज शाह का दिमाग हो सकता है, गृह मंत्रालय ही रेंजर्स को नियंत्रित करता है:एजाज शाह एक पूर्व पाकिस्तान आईएसआई ऑपरेटर हैं, जिनके नीतियों और आतंकवाद के समर्थन को लेकर अक्‍सर आलोचना होती है: शायद उन्होंने यह सोचा होगी कि उनके इस कदम से पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के बीच दरार पैदा हो सकती है:पाकिस्‍तान की वित्‍तीय स्थिति यूं ही ठीक नहीं है अपने हालात सुधारने का एक मौका उसे एफएटीएफ ने दिया था:निगरानी कार्य योजना द्वारा 27 दिए गए लक्ष्यों में वह छह का अनुपालन करने में असफल रहा है:एफएटीएफ ने पाकिस्तान को जून 2018 में 'ग्रे सूची में डाला था और इस्लामाबाद को धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने की सत्‍ताईस बिंदुओं की कार्य योजना को वर्ष 2020 के अंत तक लागू करने को कहा था , लेकिन कोविड महामारी की वजह से इस मियाद में वृद्धि कर दी गई: पाकिस्तानी अखबार दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इस बारे में लिखा कि देश अगले साल जून तक एफएटीएफ की ग्रे सूची से बाहर निकलने में सफल होगा  खबर के मुताबिक पाकिस्तान संभवत: एफएटीएफ की ग्रे सूची से नहीं निकल पाएगा लेकिन वह काली सूची में जाने से बच गया है:

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