चम्मच और मत घुमाना, अभी तो काकरोच निकला है तेज घुमाओगे तो मेंढ़क भी निकल सकता है!




राष्ट्रगान जनगणमन किसने लिखा था-?
यह सवाल किसी बच्चे से पूछा जाता तो शायद उसका जवाब सही में यही होता रविंद्रनाथ टैगोर!-
लेकिन यह सवाल पूछा गया उत्तरप्रदेश के एक बुजुर्ग प्रधान अध्यापक से-
तो सुनिये उनके द्वारा अत्यंत गंभीरता से दिया गया जवाब...वे कहते हैं...वो जो है न हमारे कानपुर के पार्षद...वो उनका नाम क्या है.... उन्होंने लिखा है.
यही सवाल फिर एक प्रधान अध्यापिका से पूछा गया तो वे भी बगले झांकने लगी.
देश में शिक्षा की बुनियाद रखने वालों के ज्ञान को समझने की कोशिश करते हुए एक रिपोर्टर को जब इन 'महानशिक्षाविदोंÓ के गुणों का एहसास हुआ तो लगा कि कुछ और लोगों से भी जानकारी एकत्रित की जाये कि उनका ज्ञान कैसा है? आश्चर्य के साथ विश्वास भी हुआ कि यह 'महानज्ञानीÓ अपने छात्रों को कैसी महान शिक्षा दे रहे हैं?
एक से पूछा गया कि क्या महोदया आप भारत के राष्ट्रपति का नाम बता सकती हैं?
तो इस ज्ञानी मेडम का जवाब पूरे आत्मविश्वास के साथ था- वे तपाक से कहती हैं- जी... राम नायक- जवाब देते समय उनके चेहरे पर न मुस्कराहट थी और न हंसी-ज्ञान का आत्मविश्वास चेहरे पर खासतौर पर झलक रहा था- जैसे उन्होंने सही जवाब देने का वल्र्ड रिकार्ड कायम कर लिया हो.
स्कूलों में हर साल बालदिवस मनाया जाता है किन्तु हमारे शिक्षक कितना ज्ञान

रखते हैं यह उस शिक्षक से पूछे गये सवाल के जवाब से प्रतीत होता है जिसमें उन्होंने इसका जवाब प्राप्त करने के लिये ऊपर आसमान की ओर देखा फिर कहा मुझे नहीं मालूम...इसका जवाब तो चौदह नवम्बर है, हर साल जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस पर बालदिवस मनाया जाता है.
एक और ज्ञानी शिक्षक से पूछा गया कि प्रदेश की राजधानी..जवाब था दिल्ली! तो देश की राजधानी...नहीं मालूम!
मेडम क्या आप एट की स्पेलिंग बता सकती है?
बच्चों की तरफ रूख करते हुए.. बच्चों- बोलो एट की स्पेलिंग-
बच्चों ने वही बताया जो शिक्षिका उन्हें पढ़ा रही थी अर्थात.. ई आई जी टी  उनके अनुसार मतलब ऐट अर्थात आठ, मैडम ने तो एट का स्पेलिंग भी गलत बताया ऐट का स्पेलिंग ईआईजीएचटी जबकि उनका कहना ईआईजीटी था.
पीएम कौन है?  नहीं मालूम
सीएम कौन है-नाम याद नहीं!
सीएम डीएम में कौन बढ़ा ?
सीएम डीएम से छोटा होता है!
उपराष्ट्रपति-प्रधानमंत्री कौन है?
नहीं मालूम..
यूपी के राज्यपाल का नाम?
नहीं मालूम
अच्छा 19 का पहाड़ा बताओ- 19 इंन्टू 6 बराबर...नहीं मालूम
यह देश में अकेले उस राज्य के शिक्षाविदों के ज्ञान का खजाना है जहां के सरकारी स्कूलों में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही माननीय जनप्रतिनिधियों, ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों को भी भर्ती क राने का आदेश दिया गया है- जी हां.. यूपी जिससे कम से कम उन बच्चों के पालक इन स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधार कर सके.
एक छोटा चुटकला इस पूरे एपीसोड पर कहा जा सकता है-
दो दोस्त एक होटल में नाश्ता कर रहे थे तभी एक ने चम्मच लेकर हिलाया तो उसमें से एक काकरोच निकला- दोस्त बड़े गुस्से में बोला, क्या होटल में ले आया यार, यहां तो खाने में काकरोच निकल रहा है तो दूसरे ने कहा अब ज्यादा
जोर से मत घुमा आगे मेंढ़क भी निकल सकता है.
आज हमारे देश की बुनियादी शिक्षा का हाल भी कुछ इसी तरह का तो नहीं?

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